कोई कहता दीदी तो कोई ताई स्वर ऐसी जिन्होंने पाई। कोई कहता दीदी तो कोई ताई स्वर ऐसी जिन्होंने पाई।
छुड़ा दो कैद से मेरा मन चमन, गूंजेगी तभी धुन, बजेंगे सरगम। छुड़ा दो कैद से मेरा मन चमन, गूंजेगी तभी धुन, बजेंगे सरगम।
भारत रत्न तो थी ही वो पर विश्व रत्न था कण्ठ मे उनके। भारत रत्न तो थी ही वो पर विश्व रत्न था कण्ठ मे उनके।
संघर्षों में निखरती रही दुश्वारियों को हराती रहीं। संघर्षों में निखरती रही दुश्वारियों को हराती रहीं।
मूक हुई स्वर कोकिला, हाय! रचो ना गीत मूक हुई स्वर कोकिला, हाय! रचो ना गीत
परंतु यह सदा स्मरण रखना कि- जो अच्छा है, उसे सुनकर, सदा स्मरण रखना चाहिए। परंतु यह सदा स्मरण रखना कि- जो अच्छा है, उसे सुनकर, सदा स्मरण रखना चाहिए।